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अभिनेत्री तापसी पन्नू अपनी आने वाली फिल्म ‘थप्पड़’ से चर्चा में बनी हुई है. फिल्म का ट्रेलर जबरदस्त है. दर्शकों की प्रतिक्रिया भी अच्छी मिली है. हाल ही में तापसी ने इस बाबत हमारी टीम को इंटरव्यू देते हुई कई बातों का जिक्र किया. तापसी ने कहा ये सिर्फ एक थप्पड़ की कहानी नहीं है बल्कि आत्मसम्मान पर प्रश्न उठाने वाले हर सवाल का जवाब है. ये जवाब उन लोगों को भी है जो ये सोचते हैं कि सिर्फ गरीब औरतों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार होता है. उन्हीं के साथ मारपीट होती है. ऐसा नहीं होता. पढ़े-लिखे. अच्छे घर के लोग भी ऐसा करते हैं. इस फिल्म में सारे किरदारों के विचार और सोच जानने को मिल जाएंगे. सबसे बड़ी बात है कि किसी भी गलती को तब सुधारा जा सकता है जब आप उसे माने तो सही. स्वीकार तो करें. जब तक आप मानेंगे ही नहीं तो सुधार कहां से होगा.
तापसी ने कहा, हमारे समाज में जो महिलाएं घर पर रहती हैं. परिवार को संभालती है उन्हें कोई वेल्यू नहीं दी जाती है. हमारे रिश्तों में बहुत सारी शर्ते होती हैं. जिनपर सवाल उठाना लाजिमी है. ऐसा ही कुछ इस फिल्म में भी होता है. तापसी से जब सवाल किया गया कि आपकी फिल्म हिंसा के विरोध में है. अगर हम रिएलिटी शो बिग बॉस की बात करें तो उसमें भी बहुत हिंसा होती है. हमारे इर्द-गिर्द और भी कई ऐसी चीज़े हैं जिनमें हिंसा होती है. इस बारे में आपका कहना है? जवाब ने तापसी ने कहा कि दुनिया में बहुत तरह के लोग होते हैं. सालों से हम एक ढर्रे पर चल रहे हैं. जिसे एक फिल्म नहीं बदल सकती है. आपको वक्त देना होगा. मुझे पता है मेरी फिल्म से समाज और मानसिकता में कोई बहुत बड़ा बदलाव नहीं आ जाएगा. लेकिन अगर एक या दो औरत भी इस बात को मान लेती है कि बस! अब और नहीं सहूंगी. मैं इस समझूंगी मेरी फिल्म सफल हुई.
बता दें, ‘थप्पड़’ में तापसी पन्नू, पवैल गुलाटी, दीया मिर्जा, रत्ना पाठक शाह, तन्वी आजमी, कुमुद मिर्जा और मानव कौल जैसे कलाकार हैं. यह 28 फरवरी को रिलीज होगी.
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