
हीमोफीलिया बीमारी क्या हैं? जानें बच्चों में इसके लक्षण और कारण
17 अप्रैल को पूरे विश्व भर में हीमोफीलिया दिवस मनाया जाता है. हीमोफीलिया एक प्रकार का ब्लीडिंग डिसऑर्डर है. डॉ. नीता राधाकृष्णन से हीमोफीलिया के बारे वीडियो में जानें.
World Hemophilia Day 2022: हर साल आज यानि कि 17 अप्रैल को पूरे विश्व भर में हीमोफीलिया दिवस (world hemophilia day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने के पीछे की वज़ह हैं लोगों को जागरुक करना. हीमोफीलिया एक प्रकार का ब्लीडिंग डिसऑर्डर हैं. यह एक जेनेटिक रोग है और बहुत कम लोगों में पाया जाता है. हीमोफीलिया बीमारी के कारण शरीर में रक्त के थक्के जमने की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है और इस कारण से शरीर से (hemophilia day 2022) बह रहा खून जल्दी नहीं रुक पाता है. हीमोफीलिया होने पर शरीर में नीले निशान बन जाते हैं. जोड़ों में सूजन आ जाती है और खून लगातार बहने लगता है. कमजोरी आना और चलने में तकलीफ आना भी इसके लक्षण हैं. हीमोफीलिया अधिकतर मामलों में माता-पिता से बच्चों में होता है. बाल चिकित्सा हेमटोलॉजी-ऑन्कोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. नीता राधाकृष्णन से हीमोफीलिया के बारे वीडियो में विस्तार से जानें.
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