इस्लामाबाद : भारत पूरी दुनिया में डिजिटल क्रांति का अग्रदूत बना हुआ है. एलिक्जिर की एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले दो साल में ही देश में इंटरनेट के 20 करोड़ नए उपभोक्ता बने हैं. देश की करीब 45 करोड़ आबादी की इंटरनेट तक सीधी पहुंच है. इनमें से आधे किसी भी समय इंटरनेट पर वीडियो या अन्य मीडिया का उपयोग कर रहे होते हैं. बैंकिंग से लेकर हेल्थकेयर की तमाम सुविधाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं, लेकिन हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान इन सबसे अछूता है. भारत के खिलाफ लगातार दुश्मनी का रुख अख्तियार करने का नतीजा है कि पाकिस्तानी आबादी का दो-तिहाई से ज्यादा हिस्सा नहीं जानता कि इंटरनेट क्या चीज होती है.
पाकिस्तान में 15 साल से लेकर 65 साल की उम्र के 69 फीसदी लोगों को नहीं मालूम है कि इंटरनेट क्या है. यह बात सूचना-संचार प्रौद्योगिकी है (आईसीटी) आधारित एक सर्वेक्षण में प्रकाश में आई है. श्रीलंका के थिंक टैंक लाइर्नी एशिया द्वारा करवाए गए सर्वेक्षण की रिपोर्ट सोमवार को डॉन में प्रकाशित हुई है. रिपोर्ट पाकिस्तान के 2,000 लोगों के सर्वेक्षण के आधार पर तैयार की गई है.
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सर्वेक्षक थिंक टैंक ने दावा किया है कि नमूने की प्रक्रिया के तहत राष्ट्रीय स्तर पर 15 साल से 65 साल की उम्र की 98 फीसदी आबादी का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया है. लाइनर एशिया की सीईओ हेलनी गलपाया ने कहा, “पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) की वेबसाइट में 15.2 करोड़ सक्रिय सेल्युलर फोन धारक हैं. चाहे वे पुरुष हों या औरत, गरीब हों या अमीर लेकिन वे एप्स का उपयोग करना नहीं जानते हैं.”