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कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी और अपने रिश्तेदारों की संपत्ति बेतहाशा तरीके से बढ़ने के आरोपों को ‘बेबुनियाद’ करार देते हुए भाजपा को चुनौती दी कि उन्हें गिरफ्तार करके दिखाए. उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय एजेंसियों और ‘भारतीय जनता पार्टी के अवैध धन’ का इस्तेमाल उन निर्वाचित राज्य सरकारों को गिराने में किया जा रहा है, जो भाजपा विरोधी दलों द्वारा चलाई जा रही हैं. ममता बनर्जी ने अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मात देने का संकल्प लिया. ममता बनर्जी ने राज्य में विपक्ष पर ईडी और सीबीआई द्वारा विभिन्न मामलों में अपनी पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं की गिरफ्तारी के बाद अपने तथा पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाने का आरोप लगाया. मामला बनर्जी ने कहा,‘‘भाजपा सब को चोर बता रही है. वे इस प्रकार से अभियान चला रहे हैं जैसे तृणमूल में हम सब चोर हैं और केवल भाजपा तथा उसके नेता ही पाक साफ हैं. अगर मैं राजनीति में नहीं होती तो अपने लोगों से उनकी जुबान खींचने को कह देती.’’
पिछले कुछ साल में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के रिश्तेदारों की संपत्तियों में अत्यधिक वृद्धि का आरोप लगाते हुए सोमवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय में दायर एक जनहित याचिका में अनुरोध किया गया है कि इसकी जांच किसी केंद्रीय एजेंसी से कराई जाए. उन्होंने कहा- ‘वे यहां मामला दर्ज क्यों कर रहे हैं? मैं उनसे अनुरोध करुंगी कि अंतरराष्ट्रीय अदालत में जाएं क्योंकि भाजपा मामलों में हस्तक्षेप कर सकती है.” बनर्जी ने कहा कि वह किताबें लिखकर अपनी आजीविका चलाती हैं. उन्होंने कहा, ‘पिछले 12 साल से मैंने पूर्व सांसद के रूप में एक लाख रुपये महीने की पेंशन छोड़ दी. मैंने मुख्यमंत्री के रूप में भी मासिक वेतन छोड़ दिया है. मैं अपनी चाय के पैसे भी देती हूं और कभी-कभार ही सरकारी वाहनों का इस्तेमाल करती हूं. मैं अपने घर में रहती हूं जो मुझे मेरे पिता ने दिया था.”
ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की छात्र शाखा की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनके साथ ही फिरहाद हकीम और अभिषेक बनर्जी जैसे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘किसी ने मुझे बताया कि उन्होंने मेरे खिलाफ एक मामला दर्ज किया है जिसमें कहा गया है कि ममता बनर्जी और उनके परिवार के सदस्यों की संपत्तियां पिछले कुछ साल में बेतहाशा बढ़ गयी हैं. मेरे सभी रिश्तेदारों के एकल परिवार हैं और हम केवल त्योहार साथ में मनाते हैं. मेरी जिम्मेदारी केवल मेरी मां की थी.’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रही है और हर मामले में उनका नाम घसीट रही है. उन्होंने भाजपा को चुनौती दी कि उन्हें गिरफ्तार करके दिखाए. उन्होंने कहा, ‘‘अगर वे मुझे गिरफ्तार करते हैं तो उन्हें अपनी चूक समझ आ जाएगी.’’ उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों द्वारा विभिन्न मामलों में वरिष्ठ नेताओं पार्थ चटर्जी तथा अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद उनके तथा पार्टी नेताओं के खिलाफ कथित दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाने के लिए विपक्ष, विशेष रूप से भाजपा को आड़े हाथ लिया. हाल में केंद्रीय एजेंसियों ने हाकिम को तलब किया था. इस पर हाकिम की गिरफ्तारी की आशंका जताते हुए बनर्जी ने कहा,‘‘ अगर उन्हें गिरफ्तार किया जाता है, तो वह एक फर्जी मामला होगा केवल उन्हें परेशान करने के लिए.’’ उन्होंने कहा कि अगर पार्थ चटर्जी ने अपराध किया है तो उन्हें सजा मिलेगी.
पश्चिम बंगाल कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को एक मवेशी तस्करी मामले में नयी दिल्ली तलब किये जाने का जिक्र करते हुए बनर्जी ने चेतावनी दी कि राज्य में पदस्थ केंद्र सरकार के अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा, ‘‘हम ईमानदारी से काम करने वाले सीबीआई और ईडी अधिकारियों का सम्मान करते हैं. लेकिन सीबीआई, ईडी, सीआरपीएफ और बीएसएफ के कुछ अधिकारियों के खिलाफ भी हमें भ्रष्टाचार के मामलों की जानकारी है. अगर आप हमारे पुलिस अफसरों को बुलाकर उनका उत्पीड़न करते हैं तो हम भी आपके अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे.’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा हवाला के माध्यम से विदेशों से धन जुटा रही है. वे तृणमूल नेताओं के पास धन होने की बात कर रहे हैं. भाजपा को महाराष्ट्र की तर्ज पर निर्वाचित सरकारों को गिराने के लिए हजारों करोड़ रुपये कहां से मिल रहे हैं. भाजपा को 2024 के लोक सभा चुनाव में हराना होगा.’’
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