हर साल 45 करोड़ डॉलर देने वाले अमेरिका ने WHO से तोड़े रिश्ते, डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा- ये चीन की कठपुतली है

अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से सारे रिश्ते नाते तोड़ दिए हैं. अमेरिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसका ऐलान किया है.

Published: May 30, 2020 12:10 PM IST

By India.com Hindi News Desk | Edited by Zeeshan Akhtar

Donald Trump stop WHO fund

नई दिल्ली: अमेरिका ने आखिरकार विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से सारे रिश्ते नाते तोड़ दिए हैं. अमेरिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसका ऐलान कर दिया है. डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन चीन के हाथों की कठपुतली हो गया है. इसलिए अमेरिका अब डब्ल्यूएचओ से सारे नाते ख़त्म कर रहा है. ट्रंप ने कहा कि डब्ल्यूएचओ कोरोना को रोकने में नाकाम रहा. और शुरुआत में ठीक से जानकारी तक नहीं दी.

बता दें कि अमेरिका डब्ल्यूएचओ को हर साल 45 करोड़ डॉलर जैसी भारी भरकम आर्थिक मदद करता है. जबकि चीन हर साल डब्ल्यूएचओ को 4 करोड़ डॉलर की मदद देता है. अमेरिका इकलौता देश है जो डब्ल्यूएचओ को इतनी भारी भरकम राशि देता था. डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि हम इतनी ज्यादा मदद देते हैं, इसके बाद भी डब्ल्यूएचओ पर चीन का नियंत्रण है.

ट्रम्प ने कहा कि कोरोना के फैलने के लिए डब्ल्यूएचओ दोषी है. और दुनियाभर में हुईं मौतों का जिम्मेदार भी है. बता दें कि इसे पहले भी डोनाल्ड ट्रम्प लगातार निशाना साधते रहे हैं. वह चीन और डब्ल्यूएचओ पर लगातार हमलावर हैं. वह ये भी कह चुके हैं कि कोरोना वायरस चीन की लैब में बना है और उनके पास इसके सुबूत भी हैं. हालाँकि ट्रम्प ने सुबूत नहीं दिखाए हैं. अमेरिका में कोरोना वायरस से अब तक एक लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. 15 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं.

Also Read:

ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें World Hindi की और अन्य ताजा-तरीन खबरें

By clicking “Accept All Cookies”, you agree to the storing of cookies on your device to enhance site navigation, analyze site usage, and assist in our marketing efforts Cookies Policy.