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भूकंप से अब तक 7200 से ज्यादा की मौत, भारत ने बचाव उपकरण, राहत सामग्री, मेडिकल दल के साथ चार विमान तुर्की भेजे
Turkey Earthquake: भारत ने तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप के मद्देनजर मदद करने के लिए मंगलवार को चार सी-17 ग्लोबमास्टर सैन्य परिवहन विमानों के जरिये राहत सामग्री, एक 'चलित अस्पताल' और तलाश एवं बचाव कार्य करने वाले विशेषज्ञ दल को भेजा.
Turkey Earthquake: भारत ने तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप के मद्देनजर मदद करने के लिए मंगलवार को चार सी-17 ग्लोबमास्टर सैन्य परिवहन विमानों के जरिये राहत सामग्री, एक ‘चलित अस्पताल’ और तलाश एवं बचाव कार्य करने वाले विशेषज्ञ दल को भेजा. तुर्की के साथ-साथ सीरिया में भी भूकंप से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है. दोनों देशों में भूकंप में 7,200 से अधिक लोगों की मौत हुई है. भूकंप के कारण मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ने की आशंका है. हजारों इमारतों के मलबे में बचे लोगों को ढूंढ़ने के लिए बचावकर्मी काम में लगे हुए हैं.
दुनियाभर के देशों ने बचाव एवं राहत कार्यों में मदद के लिए टीम भेजी है. राहत सहायता भेजे जाने के विषय से अवगत लोगों ने बताया कि भारत के बुधवार सुबह तक वायु सेना के सी-130जे विमान से राहत सामग्री सीरिया भेजने की उम्मीद है. तुर्किये की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि 24,400 से अधिक आपातकालीनकर्मी मौके पर मौजूद हैं. लेकिन सोमवार के भीषण भूकंप से बड़े इलाके के प्रभावित होने और अकेले तुर्किये में ही लगभग 6,000 इमारतों के ढहने की पुष्टि के साथ उनके प्रयास बहुत कम साबित हो रहे हैं.
तुर्किये के उपराष्ट्रपति फुअत ओकते ने कहा कि अकेले तुर्किये में ही इमारतों के मलबे से 8,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है और करीब 3,80,000 लोगों ने सरकारी आश्रय स्थलों या होटलों में शरण ली है. आपदा में बचे हुए लोगों तक पहुंचने के प्रयास में शून्य से नीचे का तापमान और करीब 200 की संख्या में आए भूकंप के बाद के झटके भी बाधा बन रहे हैं, इससे अस्थिर ढांचों के भीतर लोगों को खोजना काफी खतरनाक हो गया है.सोमवार को आए दो शक्तिशाली भूकंप में तुर्की और सीरिया के विभिन्न हिस्से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. विश्व के कई देशों ने वहां राहत कार्यों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा, ‘भारत इस चुनौतीपूर्ण क्षण में अपनी एकजुटता व्यक्त करता है.’ जयशंकर ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि उन्होंने एकजुटता व्यक्त करने और भारत के सहयोग से अवगत कराने के लिए सीरिया के अपने समकक्ष फैसल मेकदाद से संपर्क किया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक ट्वीट में कहा, ‘वायुसेना का सी-17 ग्लोबमास्टर-3 एनडीआरएफ के दलों और उपकरणों के साथ भारत से तुर्की के लिए रवाना हुआ. इस मुश्किल घड़ी में भारत, तुर्की के लोगों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है.’
#WATCH | “An IAF flight carrying 6 tons of Emergency Relief Assistance has taken off for Syria. Consignment consists of life-saving medicines and emergency medical items. India stands in solidarity with those most affected by this tragedy,” tweets EAM Dr S Jaishankar pic.twitter.com/qvBX86i2XI
— ANI (@ANI) February 7, 2023
तलाश एवं बचाव कर्मियों के एक समूह, विशेष रूप से प्रशिक्षित श्वान दस्ता, ड्रिल मशीन, राहत सामग्री, दवाइयों के साथ प्रथम सी-17 परिवहन विमान सुबह तुर्की के अदन में उतरा. भारतीय वायुसेना का दूसरा विमान इसी तरह की सामग्री और कर्मियों के साथ दोपहर के करीब तुर्की के लिए भेजा गया. जयशंकर ने कहा, ‘एनडीआरएफ के 50 से अधिक तलाश एवं बचाव कर्मियों, विशेष रूप से प्रशिक्षित श्वान दस्ते, ड्रिल मशीन, राहत सामग्री, दवाइयां और अन्य आवश्यक उपकरणों के साथ प्रथम भारतीय सी-17 उड़ान अदन, तुर्की पहुंच गया है.’ प्रथम एवं दूसरे, दोनों विमानों से एनडीआरएफ के तलाश एवं बचाव कर्मी भेजे गए हैं.
The fourth IAF aircraft leaves for Türkiye with the remaining component of the field hospital. This includes 54 members of the Indian Army medical team as well as medical and other equipments to establish the facility: MEA Spokesperson Arindam Bagchi#TurkeyEarthquake https://t.co/PUz8LXJoY9 pic.twitter.com/AeTbrMylEI
— ANI (@ANI) February 7, 2023
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक ट्वीट में कहा, ‘वायुसेना का दूसरा विमान सी-17, ‘श्वान दस्ते, तलाश एवं बचाव उपकरण, मलबा हटाने की मशीन’ सहित एनडीआरएफ के दलों के साथ तुर्की के लिए रवाना हुआ है. तुर्की के लोगों की जरूरत के समय भारत उनकी लगातार मदद कर रहा है.’ विमान में थलसेना के आगरा स्थित फील्ड हॉस्पिटल के 45 सदस्यों का पहला दल भी है. वे तुर्की में स्थापित किये जाने वाले 30 बिस्तरों वाले फील्ड अस्पताल में सेवा देने वाली टीम का हिस्सा हैं. तुर्की में 30 बिस्तरों वाला एक चिकित्सा केंद्र संचालित करने के लिए मेडिकल दलों को एक्स-रे मशीन, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र, हृदय की निगरानी करने वाले उपकरणों से लैस किया गया है.
थल सेना के एक अधिकारी ने कहा, ‘सेना ने भूकंप प्रभावित तुर्की की मदद के लिए 99 सदस्यीय एक मेडिकल टीम बनाई है.’ ना के एक अधिकारी ने कहा, ‘टीम में चिकित्सीय विशेषज्ञ और 30 बिस्तरों का चिकित्सीय केंद्र बनाने के लिए एक्स-रे मशीन, वेंटीलेटर, ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र तथा संबंधित चिकित्सीय उपकरण शामिल हैं.’ सेना के चिकित्सा दल को दो विमानों में भेजा गया है. उल्लेखनीय है कि भारत ने एनडीआरएफ के तलाश एवं बचाव दलों, मेडिकल दलों और राहत सामग्री फौरन तुर्की भेजने का सोमवार को फैसला किया था. तुर्की को हर संभव मदद देने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों के बाद यह कदम उठाया गया.
(इनपुट: भाषा)
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