
UNSC में यूक्रेन पर हमले के निंदा प्रस्ताव पर भारत और चीन ने किया परहेज, भारत ने गिनाए ये कारण
UNSC में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पर वोटिंग की गई, इस दौरान रूस ने जहां वीटो का इस्तेमाल किया तो वहीं दूसरी तरफ भारत, चीन और UAE ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया.

यूक्रेन में रूस के द्वारा किए गए आक्रमण की असहमति वाले प्रस्ताव पर मतदान के लिए UNSC का आपातकालीन सत्र शुक्रवार को बुलाया गया. जहां अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने कड़े शब्दों में रूस की आलोचना करते हुए कहा कि हमारे बुनियादी सिद्धांतों पर रूस के द्वारा किया गया हमला ढीठ और बेशर्मी भरा है, यह हमारी अंतरराष्ट्रीय प्रणाली के लिए ख़तरा है. दूसरी तरफ रूस ने इस प्रस्ताव पर वीटो किया. इसके अलावा भारत, चीन और UAE ने यूक्रेन पर आक्रमण की निंदा करते हुए सुरक्षा परिषद के वोट से परहेज़ किया. भारत ने वोट से परहेज के कारण भी गिनाए. UNSC की बैठक में UN में भारत की अगुवाई कर रहे टी एस तिरुमूर्ति ने मौजूदा हालातों पर चिंता जताते हुए युद्ध रो रोकने की अपील की है.
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बैठक में टी एस तिरुमूर्ति ने कहा कि यूक्रेन में हाल ही में हुए घटनाक्रम से भारत बेहद परेशान है. हम अपील करते हैं कि हिंसा और दुश्मनी को तुरंत खत्म किए जाने के लिए सभी प्रयास किए जाएं. उन्होंने कहा कि नागरिकों के जीवन की सुरक्षा के लिए अभी तक कोई भी समाधान नहीं निकाला गया है.
यूक्रेन पर UNSC की बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि तिरुमूर्ति ने कहा कि इस बात का दुख है कि कूटनीति का रास्ता छोड़ दिया गया है हमें उस पर लौटना होगा. उन्होंने कहा कि हम भारतीय समुदाय के कल्याण और सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, जिसमें यूक्रेन में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र शामिल हैं. तिरुमूर्ति के अनुसार सभी सदस्य देशों को रचनात्मक तरीके से आगे बढ़ने के लिए सिद्धांतों का सम्मान करने की जरूरत है. मतभेदों और विवादों को निपटाने के लिए संवाद ही एकमात्र जवाब है, हालांकि इस समय ये कठिन लग सकता है. उन्होंने कहा कि इन सभी कारणों से भारत ने इस प्रस्ताव पर परहेज़ करने का विकल्प चुना है.
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