लाहौर: पाकिस्तान की सुप्रसिद्ध मानवाधिकार कार्यकर्ता और वकील आस्मां जहांगीर का 66 साल की उम्र में रविवार को निधन हो गया. उनके प्रवक्ता ने बताया कि उन्हें आज सुबह कॉर्डियक अटैक आया. इसके बाद उन्हें फिरोजपुर रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. जहांगीर 2002 के गुजरात दंगों के बाद राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से मिली थीं. वह मोदी से यूएन के विशेष मानव अधिकार दूत के तौर पर मिली थीं. इसके बाद वह दंगा प्रभावित लोगों से भी मिली थीं. Also Read - Sushant Singh First Birth Anniversary: एक- दूसरे पर जान छिड़कते थे अंकिता-सुशांत, फिर क्यों हुए अलग?
जहांगीर ने मुंबई में बाला साहब ठाकरे से भी मुलाकात की थी और उनसे हिंदुत्व और कट्टरता से जुड़े कई कड़े सवाल किए थे. पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव को जब पाकिस्तान ने काउंसलर नहीं दिया था तो जहांगीर ने इसे लेकर पाकिस्तानी सरकार के सामने कड़ा विरोध दर्ज काराया था. Also Read - मुंबई में बीएमसी के उप-ठेकेदार ने फांसी लगाकर आत्महत्या की
कमजोर वर्ग के लिए लड़ती रहीं
जहांगीर का जन्म 1952 में हुआ और उन्होंने लाहौर से आर्ट और लॉ में ग्रैजुएट की डिग्री हासिल की. इसके बाद वे अपनी उच्च शिक्षा के लिए स्विट्जरलैंड, कनाडा और अमेरिका गईं. जहांगीर पाकिस्तान के मानव अधिकार आयोग और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की अध्यक्ष भी रहीं . जहांगीर पीडि़तों और समाज के कमजोर वर्ग के लोगों के केस लेने और लड़ने के लिए जानी जाती थीं. Also Read - ओडिशा के संगीत निर्देशक शांतनु महापात्रा का निधन, राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
जियाउल हक और परवेज मुशर्रफ के उठाई थी आवाज
जहांगीर ने पाकिस्तान में जनरल जियाउल हक के फौजी शासन के दौरान मानव अधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ आवाज उठाई. उन्होंने जनरल परवेज मुशर्रफ के शासनकाल के दौरान भी मानव अधिकारों के मुद्दे उठाती रहीं. वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की भी कट्टर आलोचक रहीं हैं. एक लेखक और लोकतंत्र की सच्ची समर्थक के तौर पर जहांगीर के मानवाधिकारों को लेकर किए गए कार्यों के लिए उन्हें कई सम्मान मिले. वह संयुक्त राष्ट्रसंघ में मानव अधिकारों की विशेष दूत रहीं.
हस्तियों ने श्रद्धांजलि दी
जहांगीर के निधन पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश समेत कई नेताओं, ख्यात हस्तियों और लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की है. वहीं सोशल मीडिया में भी बड़ी संख्या में लोग जहांगीर के निधन पर शोक जता रहे हैं. (एजेंसी इनपुट: एएनआई)