
Russia-Ukraine Conflict: अमेरिका ने भारत को बताया दोस्त, कहा-हमारा रिश्ता अपनी खूबियों पर टिका है
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद पर रूस का साथ देने के मामले पर अमेरिका ने बड़ी बात कही है. अमेरिका ने भारत को अपना दोस्त बताया है और कहा है कि-हमारा रिश्ता अपनी खूबियों पर टिका है. हम अपने दोस्तों के साथ खड़े हैं.

Russia-Ukraine Conflict: यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे विवाद पर भारत के रूस का साथ देने पर अब अमेरिका का बयान आया है. यह पूछे जाने पर कि क्या यूक्रेन को लेकर अमेरिका और रूस के बीच चल रहे तनाव ने अमेरिका-भारत संबंधों को प्रभावित किया है, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि, “नहीं, हमारा भारत के साथ एक रिश्ता है जो अपने दम पर खड़ा है, जो अपनी खूबियों पर टिका है.” नेड प्राइस ने कहा है कि हम यूक्रेन के खिलाफ रूसी सैन्य तैनाती पर भारत के साथ संपर्क में हैं. अमेरिका ने भारत को आगाह करते हुए कहा कि रूस ने अगर यूक्रेन पर हमला किया तो इसका सुरक्षा माहौल पर असर न केवल पड़ोसी देशों बल्कि उसके आगे चीन और भारत तक पर भी पड़ेगा.
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अमेरिका ने कहा-हम अपने दोस्तों के साथ खड़े हैं
चीन के द्वारा गलवान संघर्ष में शामिल पीएलए सैनिक को बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक मशालवाहक के रूप में शामिल करने पर, यूएस स्टेट डिपार्टमेंट स्पॉक्स नेड प्राइस ने कहा कि-जब भारत-चीन सीमा स्थिति के व्यापक मुद्दे की बात आती है, तो हम सीधे बातचीत और सीमा विवादों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करना जारी रखते हैं. ” हमने चीन को अपने पड़ोसियों को डराने-धमकाने के लिए बीजिंग के चल रहे प्रयासों के पैटर्न पर भी अपनी चिंता व्यक्त की है. हम हिंद-प्रशांत में अपनी साझा समृद्धि, सुरक्षा और मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए दोस्तों के साथ खड़े हैं, हम भागीदारों और सहयोगियों के साथ खड़े हैं.
बता दें कि भारत ने यूक्रेन सीमा पर ‘तनावपूर्ण हालात’ को लेकर चर्चा के लिए होने वाली बैठक से पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रक्रियागत मतदान में भाग नहीं लिया था. जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र में रूस के प्रथम उप स्थायी प्रतिनिधि दमित्रि पोलिंस्की ने कहा था कि, ‘यह अमेरिकी कूटनीति का सबसे खराब स्तर है. अपने चार सहयोगियों चीन, भारत, गैबॉन और केन्या का धन्यवाद, जो मतदान से पहले अमेरिकी दबाव के बावजूद डटे रहे.’
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