
Russia-Ukraine Crisis: अमेरिका ने रूस पर दिखाई सख्ती, लगाए कई प्रतिबंध, यूक्रेन ने भी तरेरी आंख, कहा-हम आखिरी दम तक लड़ेंगे
रूस और अमेरिका के बीच चल रहे तनाव के बाद अमेरिका ने रूस पर दिखाई सख्ती, लगाए कई तरह के प्रतिबंध. इसके साथ ही यूक्रेन ने भी रूस पर तरेरी आंख, कहा-हम अपनी जमीन के लिए आखिरी दम तक लड़ेंगे.

Russia-Ukraine Crisis: रूस और यूक्रेन के बीच चल रही तनाव की स्थिति के बाद अमेरिका ने रूस पर सख्ती दिखाई है और कहा है कि अभी भी वक्त है कूटनीति का द्वार अभी भी खुला है. हम रूस के लिए कूटनीति के दरवाजे कभी भी पूरी तरह बंद नहीं करने जा रहे हैं. कूटनीति तब तक सफल नहीं हो सकती जब तक रूस अपने फैसले नहीं बदलता. हालांकि इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन ने कहा है कि हम इस सप्ताह रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से नहीं मिलेंगे” उन्होंने कहा कि रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण की शुरुआत कर दी है और कूटनीति को भी अपनाने के लिए वह तैयार नहीं है. समस्या का हल कूटनीतिक तरीके से ही हो सकता है, लेकिन रूस ने इसके लिए तैयार नहीं है और अपनी अस्वीकृति को उसने स्पष्ट कर दिया है.
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यूक्रेन ने कहा-हम अपनी जमीन के लिए तब तक लड़ेंगे, जबतक जीत नहीं जाते
वहीं, यूक्रेन ने भी रूस के खिलाफ सख्ती दिखाई है. यूक्रेन के विदेश मंत्री कुलेबास ने कहा है कि मामूली, मध्यम या बड़े आक्रमण जैसी कोई बात नहीं है. आक्रमण तो बस आक्रमण होता है. अब हमें दो तरह के प्लान पर काम करना होगा, जिसमें प्लान ए के तहत कूटनीति के हर उपकरण का उपयोग करना है और प्लान बी के तहत हमें अपनी जमीन के हर इंच और हर शहर और हर गांव के लिए लड़ना है, हम तब तक लड़ेंगे, जब तक कि हम जीत नहीं जाते.
रूस पर अमेरिका ने लगाया आर्थिक प्रतिबंध
बता दें कि कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंधों के पहले दौर की घोषणा की, जिसके एक दिन बाद ही मास्को ने डोनेट्स्क और लुहान्स्क के यूक्रेन अलगाववादी क्षेत्रों को स्वतंत्र के रूप में मान्यता दे दी थी. अब पूर्वी यूक्रेन के दो इलाकों को रूस ने स्वतंत्र देश घोषित करने वाले रूस को अब अमेरिका समेत तमाम पश्चिमी देशों द्वारा लगाए जा रहे प्रतिबंधों को झेलना होगा. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने आज रूस पर आर्थिक प्रतिबंध का ऐलान करते हुए वहां के दो सैन्य बैंकों पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही उसे ऋण देने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.
अमेरिका ने कई और फैसले लिए हैं
रूस पर सख्ती दिखाते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कई और फैसले लिए हैं. बाइडन ने अपने भाषण में इस बात का स्पष्ट संकेत दिया कि वे रूस की आर्थिक व्यवस्था पर लगाम लगाकर रूस को सबक सिखाना चाहते हैं. जो बाइडेन ने साफ कहा कि वार्ता के जरिये यूक्रेन व रूस संकट मामले का हल निकालने की कोशिश जारी रहेगी, लेकिन इसके साथ ही हम यूक्रेन को हथियार और अन्य सैन्य सामग्री की सप्लाई भी करते रहेंगे.
अमेरिका द्वारा लगाए गए नए आर्थिक प्रतिबंधों के बाद अब रूस पश्चिमी देशों के साथ व्यापार नहीं कर सकेगा. इसके साथ ही पश्चिमी देशों से रूस को मिलने वाली वित्तीय सहायता भी अब नहीं रहेगी. अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि अभी भी अधिक देर नहीं हुई है. हालात को और खराब होने से अभी भी रोका जा सकता है. इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने रूस को चेताते हुए कहा कि यदि मास्को ने ऐसा कदम उठाया है तो अपने सहयोगियों के साथ मिलकर वाशिंगटन इसका जवाब देगा.
जो बाइडेन ने कहा-पुतिन खुद को भगवान समझते हैं
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि रूस ने आक्रमण की शुरुआत कर दी है. पुतिन को लगता है कि वो भगवान हैं और उन्हें अपने पड़ोसियों के क्षेत्र पर नए तथाकथित ‘देश’ घोषित करने का अधिकार है. बाइडेन ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मेरे विचार से अधिक क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए एक तर्क स्थापित कर रहे हैं, मेरे विचार में… वह बहुत आगे जाने के लिए एक तर्क स्थापित कर रहे हैं.
वहीं, एएफपी ने यूक्रेन की सेना के हवाले से मिली रिपोर्ट में कहा है कि युद्धग्रस्त पूर्व में एक सैनिक की मौत हो गई है और छह सैनिक घायल हैं.
वहीं, यूक्रेन से भारत लौटे छात्रों ने बताया कि वहां (यूक्रेन) स्थिति सामान्य है. कॉलेज ने हमें वापस जाने के लिए नहीं कहा. कई मीडिया रिपोर्ट्स से दहशत पैदा हुई है, हमारी पढ़ाई प्रभावित हो रही है. वहां (यूक्रेन) स्थिति सामान्य है, हालांकि सुरक्षा प्राथमिकता है. दिल्ली हवाई अड्डे पर एक छात्र का कहना है कि यूक्रेन में भारतीय दूतावास द्वारा एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद छात्र वापसी टिकट बुक कर रहे हैं.
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