
Russia-Ukraine War: यूक्रेन के विदेश मंत्री ने भारत को किया अलर्ट-दोस्ती ठीक है, रूस से हथियार सोच-समझकर खरीदें
रूस और यूक्रेन के बीच महायुद्ध जारी है. इस बीच यूक्रेन के विदेश मंत्री ने भारत की सराहना की है और साथ ही रूस से दोस्ती को लेकर अलर्ट भी किया है कि-दोस्ती अपनी जगह पर ठीक है, लेकिन रूस से हथियार सोच-समझकर खरीदें. जानिए क्या कहा विदेश मंत्री ने....

Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले दो महीने से ज्यादा समय से महायुद्ध जारी है. इस युद्ध को लेकर दुनिया के कई देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं, रूस की आलोचना की है लेकिन भारत ने अपने मित्र राष्ट्र रूस का पक्ष नहीं लिया और युद्ध की विभीषिका को लेकर बार-बार कहा है कि युद्ध किसी भी समस्या का हल नहीं है. बातचीत करके मसले को सुलझाया जा सकता है. भारत ने अपनी इस तटस्थता को बरकरार रखा है. भारत ने बार-बारकहा है कि वह शांति के पक्ष में है. भारत ने रूस और यूक्रेन दोनों देशों से मिलकर बात करने और युद्ध समाप्त करने की अपील की है.
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यूक्रेन के विदेश मंत्री ने चेताया-हथियार सोच समझकर खरीदें
इंडिया टुडे के साथ एक खास बातचीत में यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि रूस भारत के लिए हथियारों का कोई “विश्वसनीय” आपूर्तिकर्ता नहीं है, जैसा कि आमतौर पर माना जाता है. उन्होंने कहा, “यूक्रेन ने युद्ध के मैदान में रूस के सबसे एडवांस हथियारों को प्रभावी ढंग से नष्ट कर दिया है. उन्होंने अलर्ट करते हुए कहा कि क्या वास्तव में ऐसे हथियार खरीदना भारत के हित में है जो युद्ध के मैदान में टिक नहीं सकते हैं?” उन्होंने कहा कि भारत को रणनीतिक रूप से अपने व्यापार भागीदारों का चयन करना चाहिए क्योंकि “भारत बढ़ रहा है जबकि रूस गिरावट के दोर में है.”
भारत की सराहना करते हैं, लेकिन….
यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा, ‘हम यूक्रेन के लिए भारत की सहानुभूति की सराहना करते हैं. इसके साथ ही हम युद्ध रोकने के भारत के आह्वान की भी सराहना करते हैं. लेकिन इसके साथ ही, मुझे यह भी कहना पड़ेगा कि इन परिस्थितियों में तटस्थता वह स्थिति है जो युद्ध को रोकने में मदद नहीं करती है. युद्ध को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है कि यूक्रेन का समर्थन किया जाए और रूस को इस भ्रम के बिना छोड़ दें कि वह युद्ध जीत सकता है.”
उन्होंने कहा, “इसलिए, मेरे विचार में, जब आपके सामने एक स्पष्ट अपराधी और उसके अपराध के शिकार पीड़ित हैं, तो पीड़ित के पक्ष में होना एक नैतिक और राजनीतिक रूप से बुद्धिमान कर्तव्य है.”
ये रूस वैसा रूस नहीं है
यूक्रेन के विदेश मंत्री ने माना कि भारत रूस के साथ एक महत्वपूर्ण संबंध हैं. लेकिन , “एक बात को हमेशा ध्यान में रखा जाना चाहिए. यह रूस उस रूस से अलग है जिसके साथ भारत एक विशेष संबंध विकसित कर रहा था. यह रूस अत्याचार करता है, मारता है, बलात्कार करता है और हेरफेर करता है. यह रूस रणनीतिक गिरावट की ओर है. मुझे उम्मीद है कि भारतीय नेतृत्व इतिहास के सही ओर खड़ा होगा.”
आगे उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध लोकतांत्रिक दुनिया और एक सत्तावादी के बीच का भी युद्ध है. इसलिए, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एक बड़े लोकतांत्रिक देश के रूप में भारत के लिए लोकतंत्र के साथ खड़ा होना “सबसे स्वाभाविक विकल्प” होगा.
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