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RussiaUkraineCrisis: रूस से जिस बात की उम्मीद की जा रही थी, रूस ने वैसा ही रुख दिखाया है और उसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन पर हमले के खिलाफ लाए गए निंदा प्रस्ताव के खिलाफ रूस ने वीटो का इस्तेमाल किया है. इसके बाद यूएनएससी के सदस्यों ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन की आक्रामकता की कड़े शब्दों में निंदा की है और कहा है कि ये ज्यादती है और युद्ध जारी रखने की रूस की मंशा को अब काबू करने की जरूरत है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उद्देश्य युद्ध को रोकना है, लेकिन रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने इसका उल्लंघन किया है. इस उल्लंघन के लिए उनकी निंदा की जानी चाहिए और यून चार्टर की जिम्मदारी के समर्थन में हमें खड़ा होना चाहिए. क्योंकि रूस सुरक्षा परिषद का एक स्थायी सदस्य है, लेकिन आज वो दोषी है.
यूक्रेन के समर्थन में लाए गए अमेरिका का रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव के पक्ष में मतदान करने वाले राष्ट्रों ने संयुक्त वक्तव्य देते हुए कहा है कि हम रूस के वीटो का इस्तेमाल करने के मामले को महासभा में ले जाएंगे, जहां रूसी वीटो लागू नहीं होता है और दुनिया के राष्ट्र अब यूक्रेन के खिलाफ हो रहे इस युद्ध के लिए रूस को जवाबदेह ठहराते रहेंगे. रूस संयुक्त राष्ट्र चार्टर को वीटो नहीं कर सकता और ना ही यह जवाबदेही को वीटो नहीं कर सकता और न ही करेगा.
यूक्रेन पर आक्रमण के लिए जिम्मेदार राष्ट्रपति पुतिन और रूस की सुरक्षा परिषद के 3 सदस्यों पर प्रतिबंध लगाना जरूरा है, सदस्यों ने कहा कि रूस के विदेश मामलों के मंत्री सर्गेई लावरोव, रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु, और प्रथम उप रक्षा मंत्री और रूसी संघ के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव पर प्रतिबंध जरूरी है.
इस आक्रामकता के जवाब में, ट्रेजरी विभाग ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन और विदेशी मिन लावरोव को नामित किया है और इसी कार्रवाई में, राज्य विभाग ने ईओ 14024 धारा 1(ए)(i) के अनुसार शोइगु और गेरासिमोव को भी नामित किया है. यूएस ट्रेजरी ने पहले ही रूसी एससी . के 11 सदस्यों को नामित किया है.
यूक्रेन के खिलाफ अपने युद्ध के लिए रूस पर गंभीर परिणाम थोपना जारी रखा जाएगा और हर स्तर पर भागीदारों और सहयोगियों के साथ कई महीनों तक निरंतर कूटनीति ने उपायों पर उद्देश्य, संकल्प और समन्वय की हमारी एकता को मजबूत किया है … जिसे रूस में गहराई से महसूस किया जाएगा.
बता दें कि यूरोपीय परिषद ने यूक्रेन पर आक्रमण के कारण यूरोप के मानवाधिकार संगठन से रूस की सदस्यता निलंबित कर दी है. यूरोपीय परिषद में 47 देश शामिल हैं. परिषद ने शुक्रवार को घोषणा की है कि यूक्रेन पर रूस के हमले के परिणामस्वरूप रूस को ”तुरंत प्रभाव” से संगठन के मंत्रियों की समिति और संसदीय सभा से निलंबित कर दिया गया है.
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